नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी में जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुबह कुछ नरम दिखने वाले सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने रविवार(8 जनवरी) को एक बार फिर सख्त होते हुए कहा कि मैं ही समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं और अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। वहीं सूत्रों के मुताबिक, सीएम अखिलेश यादव भी मुलायम सिंह के नेतृत्व में काम करने को तैयार नहीं हैं। अखिलेश-मुलायम के ताजा रुख से साफ है कि दोनों खेमे झुकने को तैयार नहीं हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि शिवपाल यादव यूपी के सपा प्रदेश अध्यक्ष हैं। वहीं रामगोपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि रामगोपाल यादव को अधिवेशन बुलाने का कोई अधिकार नहीं है। मुलायम ने कहा कि चूंकि रामगोपाल यादव पार्टी से निष्कासित किए जा चुके थे, ऐसे में उनके द्वारा बुलाया गया अधिवेशन फर्जी था।
दरअसल, जारी घमासान के बीच रविवार को सुबह बेटे अखिलेश के प्रति मुलायम सिंह ने कुछ नरमी दिखाई थी। मुलायम सिंह लखनऊ से दिल्ली पहुंचे। दिल्ली पहुंचकर उन्होंने शिवपाल यादव और अमर सिंह के साथ बैठक की। इस दौरान उनके समर्थन में नारे लगा रहे कार्यकर्ताओं से उन्होंने कहा कि अखिलेश मेरा ही लड़का है। अब हम क्या करें, वह जो कर रहा है उसे करने दो, हम क्या कर सकते हैं। मार थोड़ी देंगे! अब सब कुछ उसके पास है, मेरे पास क्या है? मेरे पास तो गिनती के विधायक हैं। लेकिन फिर शाम होते-होते मुलायम का रूख बदल गया।