लखनऊ में पार्कों और मूर्तियों को चमकाने में जुटे अफसर, कहीं ये माया के आने की आहट तो नहीं?

0
3 of 3Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

वहीं सम्बंधित अधिकारियों का कहना है कि ये रूटीन का कार्य है। बजट जारी करने में देरी हुई थी, जिसके चलते काम देर में शुरू हुआ है।

इसे भी पढ़िए :  मायावती को वोटर, चुप रहता है लेकिन चुनाव परिणाम में सबको चौंकाता है

अखिलेश राज में बेहाल रहे इन पार्कों और स्मारकों के दिन फिरने लगे हैं। अधिकारी इसे भले ही रूटीन काम करार दें, लेकिन जिन पार्कों मे पिछले पांच साल में कोई अधिकारी झांकने तक नहीं आया, वहां अधिकारियों की चहलकदमी ये साफ दिखाती है कि अधिकारी कोई चांस लेने के मूड में नहीं हैं।

इसे भी पढ़िए :  यूपी: डेप्युटी सीएम मौर्य को क्यों आया अधिकारियों पर गुस्सा
3 of 3Next
Use your ← → (arrow) keys to browse