मुलायम सिंह यादव ने सपा-कांग्रेस गठबंधन के खिलाफ एक और बडा बयान दिया है। मुलायम ने समर्थकों से उन 105 सीटों पर लड़ने की अपील की है जहां कांग्रेस उम्मीदवार खड़े हैं। मुलायम ने रविवार को भी इसी तरह का बयान दिया था। तभी से पार्टी प्रवक्ता दलीलें दे रहे हैं कि ये उनकी व्यक्तिगत राय है।
रविवार को लखनऊ में अखिलेश यादव और राहुल गांधी के रोड शो के फौरन बाद सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने दिल्ली से बड़ा झटका देते हुए गठबंधन को ही सिरे से खारिज कर दिया। मुलायम ने कहा कि वह गठबंधन के खिलाफ हैं और सपा कार्यकर्ताओं से अपील करेंगे कि इस गठबंधन का विरोध करें।
मुलायम ने कहा कि गठबंधन से कार्यकर्ताओं में मायूसी है। वह उनसे कहेंगे कि इस गठबंधन का विरोध करें। गठबंधन को लेकर तल्ख मुलायम ने कहा कि अखिलेश ने हमारी इच्छा के खिलाफ समझौता किया है। मैं शुरू से ही कांग्रेस से समझौते के पक्ष में नहीं था। कांग्रेस के कारण देश पिछड़ा है। मैं जीवन भर कांग्रेस का विरोध करता रहा हूं।
इसके अलावा मुलायम ने टिकट बंटवारे पर भी सीएम अखिलेश को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हमारे जिन लोगों के टिकट कटे हैं, वे अब क्या करेंगे। हमने पांच साल के लिए तो मौका गंवा दिया है। हमारे नेता व कार्यकर्ता चुनाव लड़ने से वंचित रह गए हैं।
दरअसल, मुलायम सिंह यादव की चिंता मुस्लिम वोटों के सपा से बनती दूरी है। 90 के दशक में मुलायम की अगुवाई में सपा ने कांग्रेस से मुस्लिम वोट बैंक छीने थे। यही कारण था कि मुलायम ने कभी भी कांग्रेस से उत्तर प्रदेश में सीधा गठबंधन नहीं किया था।
अगले पेज पर देखिए- अखिलेश-मुलायम के झगड़े का वीडियो