पिछले हफ्ते राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के प्रमुख अजित सिंह के पिता चौधरी चरण सिंह की जीवनी के लोकार्पण के मौके पर UP कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद और सोनिया गांधी के राजनैतिक सलाहकार अहमद पटेल एक मंच पर जमा हुए। इस मौके पर उनके साथ मंच साझा करने वाले अमर सिंह उस मंच पर SP की नुमाइंदगी करने वाले अकेले शख्स थे। ना केवल कांग्रेसी नेताओं के साथ, बल्कि अजित सिंह के साथ भी अमर सिंह के अच्छे ताल्लुकात हैं। हालांकि शिवपाल यादव का भी अजित के साथ अच्छा संबंध है, लेकिन कांग्रेस के आलाकमान के साथ उनके संबंध इतने अच्छे नहीं हैं।
ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व के साथ बात करने के लिए उन्हें अमर सिंह की जरूरत है। फिलहाल अमर सिंह गठबंधन को लेकर चल रही बातचीत में मध्यस्थता की बातों से इनकार कर रहे हैं। उधर, अखिलेश का खेमा अब शिवपाल और अमर की कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाने में दिखाई जा रही दिलचस्पी को शक की नजरों से देख रहा है।
पार्टी के एक सूत्र ने बताया, ‘शिवपाल और अमर सिंह की कोशिश मुलायम को इस गठबंधन का चेहरा बनाने की है, ताकि अखिलेश को मुख्यमंत्री बनने का मौका नहीं मिले।’ अखिलेश इस गठबंधन को लेकर काफी सकारात्मक राय सामने रखते रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन की अपनी इच्छा को छुपाया नहीं है। सूत्र ने बताया, ‘कांग्रेस की मांगों को पूरा करने के लिए कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा था।