गाजियाबाद : लोनी के प्रेमनगर में रहने वाली दो बहनों ने तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। साल 2010 में दोनों बहनों की शादी बागपत के बड़ौत के रहने वाले एक ही परिवार के दो सगे भाइयों से हुई थी जो सऊदी अरब में काम करते हैं। लगभग दो साल पहले दोनों के पतियों ने सऊदी से फोन और फैक्स के जरिए उन्हें तलाक दे दिया। दोनों बहनों को दहेज के लिए भी काफी प्रताड़ित किया गया था। अब दोनों बहनों ने सीएम योगी से मदद की गुहार लगाई है।
बताया जा रहा है कि बड़े भाई जफर (32) ने अपनी बीवी इमराना (29) को टेक्स्ट मेसेज भेजकर तलाक दे दिया, तो वहीं छोटे भाई दानिश (29) ने अपनी पत्नी मेहराना को फैक्स भेजकर तलाक दिया। दोनों बहनें तभी से अपनी पिता के घर पर रह रही हैं। दोनों ने अपने पिता शाहिद अहमद के साथ मिलकर सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर अपनी दास्तान बताई है और आरोप लगाया है कि उनके पतियों ने भारत लौटकर किसी और से निकाह कर लिया है।
पिता ने बताया कि 2012 में उन्होंने पुलिस में ससुरालवालों द्वारा दहेज के लिए उनकी बेटियों को यातनाएं दिए जाने की शिकायत भी दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा, ‘ शादी के समय जफर पहले से ही सऊदी अरब में काम करता था। वह शादी के लिए दो महीने की छुट्टी लेकर आया था। छुट्टियों के बाद वह सऊदी चला गया और फिर कभी लौट कर नहीं आया। दो साल बाद उसका छोटा भाई दानिश भी नौकरी के लिए सऊदी चला गया। मैंने दोनों बहनों को दहेज में काफी सामान दिया था, फिर भी मेरी बेटियों को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था। 2012 में मैं अपनी दोनों बेटियों को अपने घर ले आया।’