शाहिद के मुताबिक उन्होंने ससुरालवालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा,’पुलिस में शिकायत करने के बाद वे लोग यह झूठी अफवाह फैलाने लग गए कि मेरी बेटियों को तलाक दे दिया गया है। 2015 में जफर ने इमराना को फोन पर टेक्स्ट मेसेज भेजा जिसमें लिखा था तलाक, तलाक, तलाक। इसके कुछ ही दिनों बाद मेरी बेटियों के ससुर शफीक ने मुझे पुलिस स्टेशन में एक कागज दिखाया जिसे वह तलाक का दस्तावेज बता रहा था। उसका दावा था कि दानिश ने भी मेरी छोटी बेटी मेहराना को तलाक दे दिया है।’
दोनों बहनों ने दावा किया है कि उनके पति भारत लौट आए हैं और उन्होंने कहीं और निकाह कर लिया है। इमराना का 6 साल का एक बेटा है और मेहराना का 5 साल का।लोनी के सर्कल ऑफिसर श्रीकांत प्रजापति ने कहा, ‘प्रताड़ना और दहेज की मांग को लेकर एक एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की जा चुकी है। हालांकि IPC में फोन या फैक्स के जरिए तलाक देने के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान नहीं है।’