नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मंगलवार(10 जनवरी) को मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि भाजपा को रोकने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी के बीच गठबंधन पर सहमति बन चुकी है और औपचारिक ऐलान बाकी है।
दोनों में मुलाकात से लेकर चुनाव मंच साझा करने की भी चर्चा रही। ऐसा माना गया कि सपा और कांग्रेस के गठबंधन पर वाकई में ये दोनों महिलाएं अहम भूमिका निभा सकती है। लेकिन शाम होते-होते आखिरकार प्रियंका गांधी ने इसकी तस्वीर साफ कर दी।
प्रियंका गांधी के ऑफिस की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि प्रियंका गांधी न तो अभी तक डिंपल यादव से मिलीं हैं और न ही उनका इस तरह का अभी कोई प्लान है। इससे पहले खबरें थी कि अगर कांग्रेस और अखिलेश गुट की सपा में गठबंधन हुआ तो डिंपल और प्रियंका एक साथ चुनाव प्रचार में वोट मांगते दिख सकती हैं।
हालांकि, सपा-कांग्रेस के कई नेताओं ने दावा किया है कि गठबंधन नहीं होगा, लेकिन कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने गठबंधन होने की स्थिति में अखिलेश के लिए पीछे हटने का ऐलान कर चुकी है।