बचाव में आए बंदीरक्षक काफी देर तक कैदियों का गुस्सा शांत होने का इंतजार करते रहे लेकिन इसी दौरान कुछ कैदियों ने जेल के कंबल, गद्दों में आग लगा दी। सूचना मिलने पर प्रभारी जिलाधिकारी सीडीओ एनपी पांडेय के अलावा पुलिस अधीक्षक विभिन्न थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। अधिकारियों के मुताबिक कैदी अभी भी जेल में पथराव कर रहे हैं। कैदियों से वार्ता का प्रयास कर रहे जेल अधीक्षक आरके वर्मा के सिर में भी पत्थर लगा है और वह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बाद में, प्रभारी जिलाधिकारी एनपी पांडये, एक बंदीरक्षक संतोष कुमार व फतेहगढ़ कोतवाल भी घायल हो गए हैं।
कैदी इस पूरे मामले को सामने रखने के लिए मीडिया को अंदर बुलाए जाने की मांग कर रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन इसके लिए तैयार नहीं है। कैदी जेल में मिलने वाले खराब खाने और जेल प्रशासन द्वारा वसूली और उत्पीड़न किए जाने की शिकायत कर रहे हैं। डीआईजी (जेल) कानपुर से फर्रुखाबाद के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु भी वापस मुख्यालय पर लौट आए हैं। सूत्रों के मुताबिक अभी तक स्थिति अधिकारियों के नियंत्रण में नहीं है।




































































