उधर, सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भी गुरुवार को अपने विभाग का दौरा करने पहुंचे। यहां उन्होंने खुद फाइलें देखीं और अधिकारियों को निर्देश दिया कि उनका जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए। वहीं, डिप्टी सीएम और पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्य ने अपने विभाग के कर्मचारियों को स्वच्छता और अनुशासन की शपथ दिलाई। उधर, मंत्री उपेंद्र तिवारी ने अपने कर्मचारियों को स्वच्छता का मेसेज देने के लिए खुद झाड़ू लगाया।
हूटर्स और सायरनों पर होगी बंदिश?
यूपी सरकार के प्रवक्ता और मिनिस्टर श्रीकांत शर्मा ने बताया कि फाइलों के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए फाइल इंडेक्स बनाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, सायरनों और हूटर्स के इस्तेमाल को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि सायरन और हूटर्स की वजह से ध्वनि प्रदूषण होता है और पब्लिक को भी परेशानी होती है। मंत्रियों से दरख्वास्त की गई है कि वे उनका इस्तेमाल करने से परहेज करें।
बूचड़खानों, एंटी रोमियो स्क्वॉड पर सफाई
बूचड़खानों पर कार्रवाई कर रही यूपी सरकार ने साफ किया है कि उसका फोकस फिलहाल अवैध बूचड़खानों पर है। हालांकि, यह सभी साफ किया है कि अगर लाइसेंस प्राप्त बूचड़खाने भी नियम तोड़ते हैं तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एंटी रोमियो स्क्वॉड द्वारा आम लोगों को दिक्कत होने की आशंकाओं पर सिंह ने बताया, ‘आदेश दिए गए हैं कि किसी मासूम या कोई अपने फ्रेंड्स के साथ बैठा हो तो उसे तंग नहीं किया जाए।’ सिंह के मुताबिक, एंटी रोमियो स्क्वॉड का मकसद महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराना है।