जानिए, योगी की पहली कैबिनेट मीटिंग पर क्यों लगी हैं सबकी निगाहें

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

इस बैठक में लैपटॉप के वादे को पूरा करने पर भी मुहर लग सकती है। अखिलेश सरकार ने 15 लाख लैपटॉप ‘मुफ्त’ में बांटे थे। उन्हों ने एक लैपटॉप की कीमत 19058 रुपये चुकाई थी। इस पर अखिलेश सरकार ने तकरीबन 3000 करोड़ खर्च किए।
बीजेपी ने उससे आगे बढ़कर कॉलेज में दाखिला लेने वाले हर छात्र-छात्रा को लैपटॉप और हर माह एक जीबी डाटा देने का वादा किया है। यूपी बोर्ड के ही 14 लाख विद्यार्थी हर साल 12वीं पास करते हैं। ऐसे में मान लीजिए कि हर साल लैपटॉप और इंटरनेट डाटा में करीब 2700 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे।

इसे भी पढ़िए :  UP चुनाव: सपा-कांग्रेस गठबंधन में दरार, लखनऊ सेंट्रल सीट पर दोनों के उम्‍मीदवारों ने भरा पर्चा

गन्ना किसानों का पूरा हो सकता है वादा
बीजेपी ने गन्नाक किसानों से वादा किया है कि फसल बेचने के 14 दिन के भीतर पूरा भुगतान होगा। गन्नाा एक्टह में भी यही प्रावधान है। जबकि पार्टी ने 120 दिन के भीतर अब तक की बकाया राशि का भुगतान करवाने का आश्वा सन दिया है। उत्तनर प्रदेश गन्नार विकास एवं चीनी उद्योग विभाग के मुताबिक इस समय 4586 करोड़ रुपये की गन्नाउ राशि बकाया है।

इसे भी पढ़िए :  यूपी के उपचुनावों में महागठबंधन की तैयारी ?
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse