इस श्रेणी में चिह्नित 73 गांवों में जिला प्रशासन को भूगर्भीय अध्ययन कराने के बाद एक वरीयता सूची तैयार करने के निर्देश शासन ने दिए थे। सभी जिलों में भूगर्भीय अध्ययन का काम चल रहा है। बागेश्वर जिले के दो व चमोली के एक गांव की भूगर्भीय अध्ययन व पुनर्वास के आंगणन की रिपोर्ट शासन को मिल गई है। अन्य जिलों से भी भूगर्भीय अध्ययन व पुनर्वास के आगणन की रिपोर्ट मांग गई है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के सालाना बजट में अत्यधिक संवेदनशील गांवों के पुनर्वास के लिए दस करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। ऐसे में उक्त बजट से पुनर्वास का कार्य शुरू करने के लिए गांवों की वरीयता सूची तैयार की जा रही है। उक्त तीन गांव वरीयता सूची में शामिल किए गए हैं। इन गांवों के पुनर्वास का प्रस्ताव जल्द ही कैबिनेट के समक्ष पेश किए जाने की उम्मीद है।
अत्यधिक संवेदनशील गांवों का ब्योरा…
जिला—————-गांव————परिवार
बागेश्वर————-03————–31
पिथौरागढ़———–21————582
नैनीताल————-03———–158
अल्मोड़ा————-03————-84
उत्तरकाशी———-11———–638
टिहरी—————-08———–507
रुद्रप्रयाग————07————-92
चमोली————–17————888
कुल——————73———3491