सर्दियों के शौकीनों के लिए एक निराशा वाली खबर है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन का दावा है कि इस बार सर्दी बेहद कम रहेगी। 2016 इतिहास का सबसे गर्म साल साबित होगा जिसके बाद सर्दियां पड़ने की कम ही आशंका है। ब्रिटेन के मौसम विभाग का भी दावा है कि इस बार सर्दी तो आएगी लेकिन कंपा देने वाली ठंड शायद ही इस बार आपको देखने को मिले। अगर आपके पास चेस्टर, लॉग कोट और लैदर जैकेट और हैवी वूलंस है…तो बहुत मुमकिन है कि ये सभी कपड़े आपकी अलमारी में ही रखे रह जाएं और इन्हें बाहर निकालने की नौबत ही ना आए।
ब्रिटेन के मौसम विभाग का मानना है कि 2016 इतिहास का सबसे गर्म साल बनने की राह पर है। हालांकि आखिरी पुष्टि साल के अंत के आंकडे आने के बाद ही हो पाएगी। आपको बता दें कि मौसम विभाग की जानकारियों का रिकॉर्ड रखने की शुरूआत सन् 1850 में हुई थी । जिसके बाद से लगातार तीसरे साल वैश्विक तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि 2016 का तापमान 2015 को भी पीछे छोड़ देगा। साल 2016 का तापमान 1961 और 1990 के बीच 30 साल की अवधि के लिए औसत से भी 0.84 डिग्री सेल्सियस ऊपर पाया गया है। मौसम विभाग के प्रोफेसर पीटर का कहना है कि तीन रिकोर्ड साल वैश्विक तापमान के लिए काफी उल्लेखनीय है। साल 2015 भी साल 2016 ही की तरह गर्म था जिस कारण उष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र गर्म और एल नीनो प्रचलन से प्रभावित रहा ।
1850 के बाद से वर्तमान में लगातार दूसरा वर्ष वैश्विक औसत तापमान सतह 1.0 डिग्री सेल्सियस को पार कर दिया है। साल खत्म होने तक यह और ज्यादा बढ़ सकता है। वैज्ञानिकों का ये भी मानना है कि तापमान बढ़ने का सबसे बड़ा कारण कार्बन उत्सर्जन है।
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि साल 2015 में इन्होंने सबसे ज्यादा गर्म तापमान दर्ज किया था लेकिन पिछले साल बना ये रिकॉर्ड इसी साल टूट जाएगा। क्योंकि 2015 के मुकाबले 2016 में ज्यादा गर्मी पड़ने वाली है।