‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन में बोलते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने जहां भारत के सहयोग और दोस्ती का बार-बार जिक्र किया, वहीं पाकिस्तान का जिक्र एक बार फिर आतंकवाद के सिलसिले में ही आया। रविवार को उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को नसीहत दी।
आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरते हुए राष्ट्रपति गनी ने कहा, ‘पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के विकास के लिए 500 मिलियन डॉलर देने की घोषणा की। श्रीमान अजीज, यह रकम आतंकवाद से निपटने में खर्च हो सकती है क्योंकि बिना शांति के कोई विकास नहीं हो पाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमें सरहद पार से होने वाले आतंकवाद को पहचानना और समझना होगा और साथ मिलकर आतंकवाद से लड़ने के लिए फंड बनाना होगा।’ राष्ट्रपति गनी के भाषण से भारत और पाकिस्तान की वैश्विक भूमिकाओं का अंतर खुलकर सामने आ रहा था। उनके भाषण में जहां भारत का जिक्र सहयोग और सकारात्मक मुद्दों को लेकर था, वहीं पाकिस्तान का जिक्र आतंकवाद से जुड़े मसलों तक ही सीमित रहा।