ओबामा ने मीडिया में आ रहीं उन खबरों का भी हवाला दिया जिनमें कहा गया था कि टि्वटर पर ट्रंप के ‘बचकाने’ ट्वीट्स से परेशान होकर उनके सहयोगियों ने उनका फोन छीन लिया था। ओबामा ने कहा कि जिस व्यक्ति के सहयोगी उन पर टि्वटर अकाउंट को लेकर भरोसा नहीं करते उसके हाथ में परमाणु हथियार कैसे सौंपे जा सकते हैं। ट्रंप की प्रचार टीम ने फौरन ऐसी किसी बात को खारिज कर दिया लेकिन टि्वटर पर उनके 13 मिलियन फॉलोअर्स ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर ट्रंप के रवैये में आई नरमी को साफ महसूस किया।
पिछले सप्ताह एक रैली के दौरान वह लगातार स्टेज पर खुद ही शांत रहने की सलाह दिए जा रहे थे। माना जा रहा है कि उनकी टीम ने ही उन्हें शांत रहने की सलाह दी है। ट्रंप बार-बार खुद से यह दोहरा रहे थे, ‘हमें शांत और संयमित रहना है, शांत और संयमित, ठीक? मुद्दे पर रहो,डॉनल्ड। इधर-उधर की बातें मत करो। शांत और संयमित रहो।’
दूसरी ओर हिलरी क्लिंटन तब सुर्खियों में आईं जब न्यू यॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया कि विदेश मंत्री रहने के दौरान वह अक्सर अपनी नौकरानी को संवेदनशील सरकारी ईमेल और गोपनीय दस्तावेज के प्रिंट निकालने के लिए कहती थीं।
अखबार के अनुसार हिलरी अपनी फिलीपींस मूल की नौकरानी मरीना सैंटोस को अक्सर ईमेल प्राप्त करने के लिए कहती थीं। यही वजह है कि मरीना के पास ई-मेलगेट के कुछ राज हो सकते हैं। यह बात भी जानने योग्य है कि मरीना के पास ईमेल जैसी सुरक्षा सामग्री संभालने का अधिकार नहीं था।