बांग्लादेश के सिलहट जिले में इस्कॉन मंदिर पर हमला हुआ। विवाद नमाज के दौरान मंदिर में कीर्तन और ढोलक बजने को लेकर हुआ। हालांकि समय रहते पुलिस मौके पर पहुंच गई जिससे बड़ी अनहोनी होते-होते टल गई।
खबर है कि काजोलशाह इलाके में स्थानीय लोगों ने जुमे की नमाज के बाद इस्कॉन मंदिर पर हमला बोल दिया। दोनों पक्षों के बीच हुए संघर्ष में पत्थरबाजी भी हुई। मौके पर पहुंची पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।
संघर्ष के दौरान एक महिला समेत 7 लोग घायल हो गए। इन्हें उस्मानी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के डॉक्टर मनोज चौधरी ने बताया कि घायलों में से 6 पुलिस की ओर से दागी गई रबर की गोलियों से जख्मी हुए हैं।
इस्कॉन मंदिर यूथ फोरम के संयोजक ने बताया कि मंदिर में कीर्तन और बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता चल रही थी तभी बाहर से कुछ लोगों ने मंदिर के भीतर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। पत्थर फेंकने वालों का आरोप था कि जुमे की नमाज के दौरान मंदिर में ड्रम बजाया जा रहा था।
सिलहट के डिप्टी कमिश्नर फैसल महमूद ने बताया कि मामला गंभीर होने से पहले पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया और हालात पर काबू पा लिया गया। घटना के वक्त मंदिर का दरवाजा बंद था, इस वजह से ज्यादा नुकसान नहीं हो सका। फिलहाल हालात काबू में हैं।