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सरकारी अखबार पीपल्स डेली ने भी बीते रविवार को एक अन्य आलेख में कहा था कि चीन की सेना खुले सागर में अभ्यास करेगी, चाहे विदेशी उकसावे हों या न हों। चीन का एकमात्र विमानवाहक पोत ‘ल्याओनिंग’ पिछले महीने ताइवान जलसंधि से होकर गुजरा था।
आलेख में अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के इस बयान का भी हवाला दिया गया कि अमेरिका को दक्षिण चीन सागर के विवादित क्षेत्रों में बनाए गए कृत्रिम द्वीपों तक चीन की पहुंच रोकनी चाहिए। आलेख में कहा गया कि चीन को दी जा रही धमकियों से ट्रंप ‘बचकानी भूल’ कर रहे हैं, जिससे अमेरिका की विश्वसनीयता कम ही होगी।
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