नई दिल्ली। पाकिस्तान ने एक ऐसी योजना बनाई है जो भारत की चिंताए बढ़ा सकती है। जी हां, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा(सीपीईसी) के तहत बनने वाले सामरिक महत्व के ग्वादर बंदरगाह और व्यापारिक मार्गों की हिफाजत के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर चीनी नौसेना अपने युद्धपोतों की तैनाती करेगा।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने अनाम अधिकारी के हवाले से बताया कि चीन सीपीईसी के तहत बंदरगाह और व्यापार की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान नौसेना के सहयोग से अपनी नौसेना के जहाज तैनात करेगा। इससे पहले चीन इस कहने से बचता रहा है कि उसकी ग्वादर में नौसैन्य पोत तैनात करने की योजना है।
पाक अधिकारी ने यह भी बताया कि नौसेना चीन और तुर्की से तेज गति वाले जहाज खरीदने पर भी विचार कर रही है, ताकि सुरक्षा लिहाज से ग्वादर बंदरगाह पर अपनी एक विशेष टुकड़ी तैनात कर सके। उन्होंने कराची एक्सपो सेंटर में ‘आइडियाज 2016’ में कहा कि एक टुकड़ी में चार से छह जंगी जहाज होंगे।
चीन और पाकिस्तान अरब सागर में ग्वादर बंदरगाह को चीन के शिंजियांग प्रांत से जोड़ने के लिए करीब 3,000 किलोमीटर लंबा आर्थिक गलियारा बना रहे हैं। इसका निर्माण पूरा होने के बाद मध्य-पूर्व एशिया और अफ्रीका तक चीन की पहुंच आसान हो जाएगी। इसके अलावा चीनी नौसेना की अरब सागर तक पहुंच आसान हो जाएगी।