नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के गोराया में दलितों के लिए शुक्रवार(25 नवंबर) को अलग से घोषणा पत्र जारी किया। जिसमें दलितों के कल्याण के लिए कई वादे किए गए हैं। इसमें केजरीवाल ने एक बड़ा राजनीतिक दांव खेलते हुए एलान किया है कि अगर पंजाब में आम आदमी की सरकार बनती है तो उस सरकार में जो उपमुख्यमंत्री होगा, वही दलित समाज का होगा।
केजरीवाल ने कहा कि पिछले 10 साल में पंजाब में दलितों के खिलाफ हुए अत्याचार की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित किया जाएगा और पीड़ितों को न्याय दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आप ऐसी पहली पार्टी ने जिसने दलित समाज के लिए अलग से घोषणा पत्र बनाया है, जिसमें दलित समाज के लोगों को न्याय और सत्ता में भागीदारी देने की व्यवस्था की गई है।
आप नेता ने कहा कि अंबेडकर और कांशीराम का सपना था कि दलितों को न्याय और बराबरी का दर्जा का मिले। हमने उनके सपने को पूरा करने के लिए ही यह घोषणा पत्र तैयार किया है और इसमें दलित समाज को सत्ता में भागीदारी देने के लिए पार्टी दलित समुदाय के व्यक्ति को उपमुख्यमंत्री बनाएगी। उन्होंने कहा कि हम पंजाब में सालों से हाशिये पर चल रहे दलित समाज को सत्ता में भागीदारी देंगे, जो आज तक किसी भी राजनीतिक दल ने नहीं किया।