नई दिल्ली। प्रतिष्ठित अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने एक लेख में कहा है कि नोटबंदी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था भारी कठिनाई झेल रहा है और नकदी की कमी के कारण भारतीयों के जीवन में काफी परेशानियां बढ़ रही हैं।
साथ ही पीएम मोदी द्वारा 8 नवंबर 2016 को लागू किए गए नोटबंदी के फैसले की तीखी आलोचना करते हुए इस कदम को ‘अत्याचारी’ बताया है। अखबार ने इस फैसले को मानव निर्मित संकट करार देते हुए कहा कि अत्याचारी तरीके से बनाए और लागू किए गए नोटबंदी के फैसले ने लोगों के जीवन को काफी कठिन बना दिया है।
अखबार ने अपने एक लेख में कहा है भारत में 500 और 1,000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण की भयावह योजना बनाई गई और उसे अंजाम दिया गया और इस बात के शायद ही सबूत हैं कि इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगी।
टाइम्स ने कहा कि भारत सरकार द्वारा अचानक सबसे ज्यादा चलन में रही मुद्रा को विमुद्रित करने के दो महीने के बाद अर्थव्यवस्था कठिनाई भरे दौर में है।
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