अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौते से खुद को अलग कर लिया है। ट्रंप के इस फैसले का कई देशों ने विरोध किया है। फ्रांस, जर्मनी और इटनी ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि पेरिस जलवायु समझौते पर फिर से बातचीत नहीं की जा सकती। इस तरह ग्लोबल वार्मिंग से मुकाबले में अंतरराष्ट्रीय प्रयासों से अमेरिका अलग हो गया। इसके अलावा नीदरलैंड ने इसे अमेरिका के लिए ऐतिहासिक भूल बताया है।
इस पर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्रंप की निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका समझौते का पालन न कर भावी पीढ़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। डेमोक्रेटिक सांसदों ने भी ट्रंप के इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। इसके अलावा यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष जीन क्लाउडे जंकेर ने भी ट्रंप के कदम को बेहद गलत फैसला करार दिया है।
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते से अलग कर लिया। ट्रंप का कहना है कि इस समझौते में भारत और चीन के लिए सख्त प्रावधान नहीं किए गए हैं, जबकि ये दोनों देश प्रदूषण रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। इस तरह ग्लोबल वार्मिंग से निपटने की अंतरराष्ट्रीय कोशिशों से अमेरिका अलग हो गया। ट्रंप ने कहा कि पेरिस जलवायु समझौता अमेरिका के लिए बेहद खराब करार है। इस समझौते से अमेरिका को अलग करने की घोषणा करते हुए ट्रंप ने यह भी कहा कि वह पेरिस समझौते पर फिर से बातचीत शुरू करेंगे, ताकि अमेरिका और इसके लोगों के हित में उचित समझौता किया जा सके।