अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए डॉनाल्ड ट्रंप के एक बयान को लेकर धमासान मचा हुआ है। दरअसल एक टीवी शो में इंटरव्यू के दौरान ट्रंप से पूछे गए एक सवाल के बाद ट्रंप ने एंकर से तीन बार एक ऐसा सवाल पूछा जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया। जी हां इससे अमेरिका के विरोधियों की भी नींद उड़ गई। ट्रंप ने एंकर से पूछा कि अगर अमेरिका के पास परमाणु है..तो वो इसका इस्तेमाल क्यों नहीं करता ? ट्रंप के इस एक सवाल ने लोगों को सकते में डाल दिया है। इस इंटरव्यू के बाद ट्रंप के व्यक्तित्व पर सवाल उठने लगे हैं। ट्रंप की सहनशीलता पर भी सवालिया निशान लग गया है। कुछ अमेरिकी वासियों का तो ये भी मानना है कि अगर ट्रंप को राष्ट्रपति चुन लिया गया तो क्या वो इस जिम्मेदारी को सहनशीलता से निभा पाएंगे।
हालांकि ट्रंप अमेरिका की विदेश नीति की जानकार हैं। लेकिन इनके उस बयान से लोग सकते में आ गए हैं जिसमें उन्होंने न्यूक्लियर हथियारों के इस्तेमाल की बात कही। हालांकि ट्रंप के खेमे ने इस बात को लगातार खारिज किया है। फिर भी अमेरिकी नागरिक इस बारे में आश्वस्त नहीं हैं कि ट्रंप दुनिया की सबसे ताकतवर सेना को संभाल पाएंगे या नहीं।
युद्ध, व्यापार और प्रवासियों के गंभीर मसलों पर ट्रंप के ऐसे रवैये से राष्ट्रपति ओबामा से लेकर खुद रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों ने ट्रंप की निर्णय क्षमता पर सवाल उठाए हैं। ओबामा ने मंगलवार को ट्रंप की मानसिक हालत पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वह राष्ट्रपति बनने के लायक नहीं हैं। इंडो-अमेरिकन गुरु दीपक चोपड़ा ने भी कहा था ट्रंप ‘भावनाकत्म और मानसिक रूप से कमजोर’ हैं। उप राष्ट्रपति के उदारवादी उम्मीदवार बिल वेल्ड ने बुधवार को सीएनएन टाउनहॉल में कहा था,’ट्रंप दिखावटी हैं। वह गैरजिम्मेदाराना वादे करने वाले नेता हैं। वह शोर मचाने वाले शख्स हैं।’ वेल्ड ने ट्रंप का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि ‘ढीला स्क्रू’ शब्द सुनने पर दिमाग में उनकी तस्वीर उभरती है।
जैसे-जैसे ट्रंप के लापरवाह बयान बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे उनके विरोध में भी तेजी आ रही है। गुरुवार को कैलिफॉर्निया के एक लॉमेकर ने ऑनलाइन पिटीशन दायर कर ट्रंप की दिमागी हालत की जांच की मांग की। उन्होंने पिटीशन में कहा कि ट्रंप के अंदर ‘नरसिसिस्टिक पर्सनैलिटी डिसऑर्डर’ के सभी लक्षण मौजूद हैं।