मिस्र में टीवी या रेडियो एंकर्स बनने की चाह में बीच में आया वज़न घटाने का भूत। जी हां जिस तरह लोग भूतों से डरते हैं ठीक उसी तरह मिस्र में अब वज़न बढ़ने से लोगों को लगता है डर। चलिए आप को बता देतें हैं कि मामला है क्या.. दरअसल मिस्र रेडियो और टेलीविजन संघ-इजिप्ट रेडियो एंड टेलिविजन यूनिट (ERTU) ने अपने फैसले में महिला टीवी एंकरों को वजन घटाने का आदेश दे दिया है। मिस्र की एक वेबसाइट के मुताबिक ERTU के इस फैसले के बाद विवाद खड़ा हो गया है। RTU की डॉयरेक्टर सफ़ा हेगाजी भी एक महिला हैं और वो खुद टीवी एंकर रह चुकी है।
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इस फैसले से महिला एंकर्स काफी नाराज़ हैं, और इससे महिला एंकरों के बीच जमकर विरोध भी हुआ। मिस्र के चैनल-2 की एंकर ख़दीजा ख़िताब ने लोगों से गुजारिश की है कि वो उनके हालिया टीवी प्रोग्राम देखें और खुद फैसला करें कि क्या वजन की वजह से उन्हें नौकरी से निकाल देना चाहिए? मिस्र की महिला आयोग ने भी इस फैसले का विरोध किया है। महिला आयोग के मुताबिक यह फैसला असंवैधानिक है और महिलाओं के अधिकारों का हनन करता है।
सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इस फैसले पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोगों का मानना है कि टीवी पर महिलाओं का मोटा शरीर को देखने में उन्हे इन्ट्रस्ट नहीं आता, इसलिए ये फैसला सही है। लेकिन कुछ लोगों का ये भी तर्क है कि टीवी चैनलों को अपने ख़बरों के गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए ना कि महिलाओं के शरीर पर। यह मामल मिस्र की पार्लियामेंट तक पहुंच गया है, जहां इस फैसले का विरोध किया जा रहा है। हांलाकि, इन सब विरोधों के बीच भी ERTU अपने फैसले पर अड़ा हुआ है।