पाकिस्तान ने परमाणु-संपन्न बाबर 3 मिसाइल के सफल परीक्षण के कुछ घंटो बाद ही इस पर सवाल उठने लगे है। रक्षा मामलों के जानकारों के मुताबिक पाकिस्तान आर्मी ने मिसाइल परीक्षण का जो वीडियो दुनिया के सामने पेश किया है, वह कंप्यूटर निर्मित वीडियो है।
#Pakistan #SLCM #Babur3 Fake video clip uses CGI. Geo-location coming up shortly. https://t.co/26ysrUQDrc
— RAJ (@rajfortyseven) January 9, 2017
मिसाइल विशेषज्ञों ने टेक्निकल एविडेंस को सामने रख यह दावा किया है कि पाकिस्तान ने जो मिसाइल वीडियो जारी किया है वह फर्जी है। मिसाइल की उड़ान दिखाने के लिए पाकिस्तान ने कंप्यूटर ग्राफिक्स का सहारा लिया है।
#Pakistan #Nuclear #SLCM #Babur3 Notice video closely at 7s. Missile was flying with canister for almost 8 secs? Cavitation canister?? pic.twitter.com/zIwIZzmfr1
— RAJ (@rajfortyseven) January 9, 2017
पठानकोट के एक सैटेलाइट इमेजरी एनालिस्ट ने कई ट्वीट्स कर यह दावा किया कि पाकिस्तान ने बाबर-3 की फ्लाइट को दिखाने के लिए कंप्यूटर ग्राफिक्स का इस्तेमाल किया है। स्वदेशी बैकग्राउंड पर कंप्यूटर द्वारा बनाई गई मिसाइल की तस्वीर इस्तेमाल कर पाकिस्तान ने बाबर-3 का लॉन्च सफल दिखाया है। इसके अलावा भारत के कई और रक्षा विशेषज्ञों ने पाकिस्तानी सेना द्वारा जारी किए गए वीडियो को कंप्यूटर-जनित बताया है। वीडियो में मिसाइल का रंग सफेद से नारंगी हो जाता है। कई विशेषज्ञों ने मिसाइल की स्पीड को बहुत ज्यादा बताया है।
सेवानिवृत्त कर्नल विनायक इमेजरी एक्सपर्ट हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की सेना की ओर से जारी किया गया वीडियो कंप्यूटर जनरेटेड लग रहा है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की ओर से जारी किए गए वीडियो में मिसाइल का रंग भी सफेद से बदलकर ऑरेंज होता दिख रहा है। यहां तक कि मिसाइल की स्पीड भी असंभव रूप से अधिक है।
वहीं डिफेंस एक्सपर्ट मारूफ रजा ने एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान के पास यह क्षमता नहीं है। यह मिसाइल उसे चीन से मिला होगा। यह पूछे जाने पर कि इस विडियो पर सवाल उठाना कितना सही है, रजा ने कहा, ‘यह बिल्कुल संभव है कि पाकिस्तान ने कंप्यूटर ग्रैफिक का सहारा लिया हो।’ दरअसल, संदेह की बड़ी वजह मिसाइल के ट्रैवल टाइम को लेकर है।
बता दें, पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डायरेक्टर जनरल, मेजर जनरल आसिफ गफूर ने मिसाइल लॉन्च की जानकारी ट्विटर पर दी थी। ISPR के डीजी ने कहा था कि मिसाइल की रेंज 450 किलोमीटर है। पाकिस्तान का दावा था कि मिसाइल को हिंद महासागर में एक गुप्त स्थान से छोड़ा गया था। यह पानी के भीतर, गतिमान प्लेटफॉर्म से छोड़ी गई और ठीक निशाने पर लगी।
































































