कतर की राजकुमारी के सेक्स स्केंडल वाली खबर आखिरकार फर्जी निकली, यहां तक की खबर के साथ लगाया गया फोटो भी सरासर गलत था। हाल में भारतीय मीडिया ने इस खबर को जोर शोर से उठाया और इसे सुर्खियां बनाकर चलाया भी। यहां तक की इस खबर को जनता ने भी खूब सराहा। सोशल मीडिया पर इस खबर को पढ़ने वाले, पसंद करने वाले और शेयर करने वालों का तांता लगा रहा।
मीडिया के मुताबिक़ एमआई6 और स्कॉटलैंड यार्ड को सेक्स रैकेट से जुड़ी कई शिकायतें मिली थीं। इसके बाद एक्सेलसिअर लंडन होटल में उन्होंने छापामारी की तो कतर के शाह की सौतेली बहन सात यूरोपीय लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाते पकड़ी गईं। साथ ही ये भी कहा जा रहा था कि यह खबर दबाने के लिए कतर दूतावास ने अखबार को 50 करोड़ यूरो घूस की भी पेशकश की थी। थोड़ी ही देर में इस खबर को लोगों ने सोशल मीडिया पर धड़ाधड़ शेयर करना शुरू कर दिया। जब इसकी पड़ताल की गई तो यह खबर फर्जी निकली और मीडिया के दावे भी झूठे निकले।
गौर करने वाली बात ये है कि इस खबर को कई सम्मानित अखबारों और नामचीन मीडिया प्लेटफार्म ने उठाया था। कई अखबारों ने इस खबर को अपने फ्रंट पेज पर जगह दी। लेकिन अफसोस कि इस खबर की हकीकत जानने में मीडिया से बड़ी भूल हो गई।
दरअसल खबर के साथ जिस महिला का फोटो लगाया गया वह क़तर की कोई शेखा सलवा नहीं बल्कि संयुक्त अरब अमीरात की मजरोई होल्डिंग कंपनी की चीफ ऑपरेटिंग अफसर मिस आलिया अब्दुल्लाह अल मजरोई हैं। इतना ही नहीं यह कोई मामूली महिला नहीं बल्कि मध्य पूर्व एशिया की एक सफल उद्यमी है जिनको अमेरिका की फोर्ब्स मैग्जीन ने भी सराहा है।