नई दिल्ली:दुनिया में अलग-थलग पड़ते देख आतंकियों को सरकारी संरक्षण के खिलाफ पाकिस्तान के भीतर धीरे-धीरे आवाज बुलंद होने लगी है। आतंकवाद को संरक्षण के खिलाफ कुछ सांसदों और मीडिया समूहों की आवाज को पाक की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने भी बुलंद कर दिया है। रब्बानी ने पाकिस्तानी सेना पर आतंकवादियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए इस पर तत्काल लगाम लगाने की जरूरत बताई है।
एक पाकिस्तानी चैनल के सवालों का जवाब देते हुए पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खान ने कहा कि किसी भी देश के अंदरूनी और पड़ोसियों के साथ संबंधों के मद्देनजर देखें तो हम आत्मघात की तरफ बढ़ रहे हैं। उनके अनुसार पाकिस्तान को दुनिया में तन्हा करने की अकेले भारत की कोशिशों से कुछ नहीं होता। लेकिन, इसमें हमारे दूसरे पड़ोसी अफगानिस्तान का समर्थन मिलना चाहिए था। यदि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी कह देते कि पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ने में हमारी मदद कर रहा है, तो भारत अपनी कोशिशों में कभी कामयाब नहीं हो पाता है। लेकिन, समस्या यह है कि हमारे दोनों पड़ोसी एक ही बात कह रहे हैं।
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