चैनल ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि अग्निहोत्री सीधे रॉ से जुड़े हुए हैं, जबकि सिंह इंटेलीजेंस ब्यूरो के लिए काम कर रहे हैं और उन्होंने पाकिस्तान में अपने पदों का कथित इस्तेमाल अपनी मूल पहचान छिपाने के लिए किया। इसमें दावा किया गया कि सिंह पाकिस्तान में आतंकियों के एक नेटवर्क का भी संचालन कर रहे हैं और भारतीय उच्चायोग के निष्कासित अधिकारी सुरगीत सिंह भी इस नेटवर्क का हिस्सा थे।
इस घटनाक्रम से पहले ऐसी खबरें आई थीं कि पाकिस्तान भारत स्थित अपने उच्चायोग के कम से कम चार अधिकारियों को वापस बुला सकता है जिनका नाम पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी महमूद अख्तर के रिकॉर्ड किए गए बयान में आया था। अख्तर को कुछ समय के लिए हिरासत में रखा गया था और फिर भारत से निष्कासित कर दिया गया। चारों अधिकारियों में वाणिज्य मामलों के अधिकारी सैयद फर्रूख हबीब, प्रथम सचिव खादिम हुसैन, मुदस्सिर चीमा और शाहिद इकबाल शामिल हैं।