नई दिल्ली। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के पास मंगलवार(10 जनवरी) को एक के बाद एक दो धमाके हुए। इन धमाकों में 27 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 70 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है।
ये आत्मघाती हमला अफगानिस्तान की संसद के करीब हुआ। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि लगता है कि एक धमाका कार के जरिए किया गया। सूत्रों के मुताबिक संसद के कर्मचारियों को निशाना बनाकर बिस्फोट किया गया था।
ये हमले ऐसे वक्त में किए गए हैं जब हिंसा समाप्त करने के लिए अफगान अधिकारी तालिबान के लिए सुरक्षित जोन बनाने पर जोर दे रहे हैं। आतंकी संगठन पर शांति प्रक्रिया मंह शामिल होने का दबाव बनाने के लिए सरकार मुस्लिम देशों से भी मदद मांग रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काबुल हमले की निंदा करते हुए ट्विटर पर लिखा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत हमेशा अफगानिस्तान के साथ है।