पाकिस्तान के व्यापारियों ने शनिवार को लाहौर में भारतीय सामानों को आग लगा दी और भारतीय सामानों की खरीद-बिक्री का बहिष्कार किया। ये व्यापारी कश्मीर में जारी हिंसा का विरोध कर रहे थे। लाहौर के हॉल रोड पर जमा हुए व्यापारियों ने सरकार से नई दिल्ली से हो रहे द्विपक्षीय व्यापार को भी बंद करने की अपील की है। इस मौके पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को संबोधित करते हुए हॉल रोड व्यापारी संघ के नेताओं ने पाक अधिकृत कश्मीर में भारत की कार्रवाई की निंदा की और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के अनुरूप जनमत संग्रह नहीं कराने की आलोचना की। उन लोगों ने आरोप लगाया कि भारतीय अधिकारियों की प्रताड़ना की वजह से अब तक एक लाख कश्मीरियों की जान जा चुकी है।
इन नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के मुताबिक घाटी में जल्द से जल्द जनमत संग्रह कराने की मांग की ताकि कश्मीरी लोग अपनी स्वायत्तता की रक्षा खुद कर सकें। विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पाकिस्तानी सिनेमा हॉल में भारतीय फिल्मों के दिखाने पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है और मीडिया से इस संबंध में जरूरी हस्तक्षेप करने की मांग की है। मीडिया से यह भी अपेक्षा की गई है कि कश्मीर मुद्दे को हर मंच पर उठाया जाय। पाकिस्तानी व्यापारियों ने इसके साथ ही कश्मीर में निर्दोष लोगों के मारे जाने के सिलसिले पर भी रोक लगाने की मांग की है।
गौरतलब है कि उरी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक से न केवल पाकिस्तान सरकार बेचैन है बल्कि वहां के कुछ नेता भी इसे लेकर परेशान हैं। वो रह-रहकर कश्मीर की आड़ में अपनी स्वायत्तता और जम्हूरियत की हत्या कराने का आरोप भारत पर लगाते रहे हैं। पिछले महीने सितंबर में भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के सात ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था जिसमें 38 आतंकी मारे गए थे। हालांकि, पाकिस्तान अभी तक इस सर्जिकल स्ट्राइक की बात मानने से इनकार कर रहा है।