गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की। उस डॉक्टर की मानसिकता समझने वाले डीसीपी वेस्ट पुष्पेंद्र कुमार ने बताया, ‘ऐसे लोग रिजेक्शन स्वीकार नहीं कर पाते। यह साइको-एनालिसिस का मामला है। ये लोग अचानक ऐसा भीषण क्राइम नहीं करते, बल्कि काफी लम्बे वक्त तक सोच-विचार करने के बाद जुर्म करते हैं।
इन पर आसपास के समाज का भी प्रभाव पड़ता है। मैंने देखा था कि ‘डर’ मूवी में जूही चावला को हासिल करने में नाकाम रहने के बाद शाहरुख खान सनी देओल को चाकू मारता है तो बहुत से दर्शकों ने तालियां बजाई थीं।