4- विभिन्न भारतीय शहरों में आतंकी हमले करवाना:
पाकिस्तान का आतंकवादियों से प्यार जगजाहिर है। पाकिस्तान समर्थित आतंकियों से केवल भारत ही नहीं अमेरिका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे कई देश पीड़ित हैं। भारत में ऐसे कई आतंकी हमले हो चुके हैं जिनके तार सीधे पाकिस्तान से जुड़े थे। साल 2008 में मुंबई में हमला करने वाले आतंकियों में से एक अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था। ऐसे में अगर भारत में मौजूद पाकिस्तान समर्थित आतंकियों के स्लीपर सेल को सक्रिय करके या नए आतंकी भेजकर पाकिस्तान जनता में खौफ पैदा करने के लिए आतंकी हमला करवा दे तो बड़ी बात नहीं होगी।
5- विभिन्न देशों में भारतीय संस्थानों पर हमला करवाना:
भारत के विरोध में पाकिस्तान किस कदर अंधा है इसका पता इस बात से भी चलता है कि वो केवल भारत के अंदर ही हमले नहीं करवाता। पाकिस्तान दूसरे देशों में स्थित भारतीय दूतावासों या अन्य संस्थानों पर आतंकी हमले करवाता रहा है। पाकिस्तान की इस साजिश का सबसे ज्यादा शिकार अफगानिस्तान स्थिति भारतीय दूतावास होता रहा है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अफगानिस्तान पाकिस्तान के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है। जब भारत ने पाकिस्तान में होने वाले दक्षेस सम्मेलन का बहिष्कार किया तो अफगानिस्तान उसे सबसे पहले समर्थन देने वालों देशों में था। इसी तरह बांग्लादेश भी पाकिस्तान के खिलाफ भारत के साथ है। उसने भी दक्षेस का बहिष्कार कर दिया है। ऐसे में भारत और इन देशों पर दबाव बनाने के लिए पाकिस्तान भारतीय संस्थानों को निशाना बना सकता है।