उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कई जबर्दस्त चुनौतियों का सामना कर रहा है। इनमें अशिक्षा, गरीबी, गैरबराबरी, भ्रष्टाचार और प्रशासन से जुड़े मुद्दे प्रमुख हैं। इनकी वजह से देश के आर्थिक विकास और विकास की रफ्तार पर काफी नकारात्मक असर पड़ रहा है। इस मौके पर अप्लाइड इकनॉमिक्स रिसर्च सेंटर (AERC) की डायरेक्टर प्रफेसर समीना ने कहा, ‘पाकिस्तान, सामाजिक और आर्थिक तूफान की तरफ बढ़ रहा है जिसकी वजह से काफी क्षति होगी।’ उन्होंने कहा कि यह आर्थिक तूफान मौजूदा अर्थव्यवस्था और पाकिस्तान के भविष्य को तहस-नहस कर देगा।
इस मौके पर पाकिस्तान इंस्टिट्यूट ऑफ डिवेलपमेंट इकनॉमिक्स के वाइस चांसलर डॉक्टर असद जमान ने भारत के साथ पाकिस्तान के अच्छे रिश्तों की वकालत की। उन्होंने कहा, ‘भारत के साथ टेंशन हमारे लिए काफी नुकसानदेह है। इस वक्त की मांग है कि पाकिस्तान अपने ट्रेडिग पैटर्न्स और आत्मनिर्भरता के बारे में फिर से सोचे और उसे अपने अनुरूप बना।’