मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। ऐसा ही कुछ करके दिखाया अमेरिका के न्यूजर्सी में रहने वाले 13 साल के स्पर्श शाह ने। जिसकी जिंदगी पर यह लाइन बिल्कुल फिट बैठती है। स्पर्श उन लाखों बच्चों के लिए एक प्रेरणा है जो विकलांग है और जिंदगी से खुद को हारा हुआ मानते हैं। अपनी बीमारी अपने संगीत के जरिए अपनी जिंदगी वापस पाने की कहानी बताने के लिए स्पर्श रविवार को शहर में होंगे।
संगीत और लेखन का शौक रखने वाला स्पर्श, जन्म से ही ऑस्टियोजेन्सिस इम्परफेक्टा नाम की बीमारी से पीड़ित है। स्पर्श जब मां के पेट में था तभी उसकी 35 हड्डियां टूट चुकी थीं। बीमारी के कारण स्पर्श चल भी नहीं सकता। जरा सोचिए क्या गुजरती होगी उस मां-बाप पर जो जन्म के 6 महीने बाद तक उसे गोद में भी नहीं ले सकते थे। 13 साल के स्पर्श को कुल 100 से ज्यादा फ्रैक्चर हुए हैं।
स्पर्श ने महज तीन साल की उम्र से ही की-बोर्ड सीखना और किताबें पढ़ना शुरू कर दिया था। फिर धीरे-धीरे स्पर्श की संगीत में रुचि बढ़ी और वह रेडियो पर बजने वाले सारे गाने गाने लगा। फिर शुरू हुआ उसका म्यूजिक करियर। उसके इस टैलेंट को पहचान कर माता-पिता ने उसका साथ दिया और वह स्टेज प्रोग्राम करने लगा।