नई दिल्ली। उरी हमले के बाद रूस, फ्रांस, कनाडा और अफगानिस्तान समेत वैश्विक समुदाय ने आज भारत के साथ एकजुटता दिखाते हुए हमले की निंदा की और संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने उम्मीद जताई कि हमले को अंजाम देने वालों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। उरी हमले में 17 सैनिकों की जान चली गयी।
रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
बयान में कहा गया कि ‘‘जनवरी 2016 में पठानकोट में हुए हमले के संदर्भ में हम नियंत्रण रेखा के पास आतंकी हमलों को लेकर बहुत चिंतित हैं। हम इस बात से भी चिंतित हैं कि नयी दिल्ली के अनुसार उरी के पास सेना के बेस पर पाकिस्तानी क्षेत्र से हमला किया गया।’’
फ्रांस के विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया कि ‘‘फ्रांस कश्मीर क्षेत्र में भारतीय सैन्य शिविर पर 18 सितंबर को हुए भीषण आतंकवादी हमले की अत्यंत कड़ी निंदा करता है। वह हमले में मारे गए 17 भारतीय जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता है।’’
इसमें कहा गया है कि ‘‘फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है। फ्रांस सभी देशों से अपील करता है कि वे अपनी जमीन पर या अपनी जमीन से दूसरे देशों के खिलाफ काम कर रहे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ प्रभावशाली तरीके से लड़ें।’’
इससे पहले अमेरिका, ब्रिटेन व श्रीलंका सहित विश्व के कई सारे देश भारत के खड़े नजर आ रहे हैं। अमेरिका और ब्रिटेन ने भारत को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हरसंभव मदद का भरोसा दिया।