उरी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के दशकों से चले आ रहे संबंध अब खात्मे की कगार पर आ गए हैं। दोनों देशों के बीच माहौल तनावपूर्ण है। ऐसे में दोनों देशों की एक-एक गतिविधि पर सुपर पावर अमेरिकी की भी पैनी नज़र है। अमेरिकी मीडिया में हर रोज़ पाकिस्तान और भारत का जिक्र हो रहा है। गौर करने वाली बात ये है कि अमेरिकी मीडिया भारत के पक्ष में खड़ा नज़र आ रहा है। यूएस मीडिया ने भी भारत का लोहा मानते हुए ये कहा है कि जिस तरह भारत पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बना रहा है..ऐसे में नहीं लगता कि भारत पाकिस्तान की हरकतों को अब ज्यादा बर्दाश्त करने के मूड में है।
यूएस मीडिया का कहना है कि यदि पाकिस्तान ने आतंकियों को हथियार देकर भारत में भेजना बंद नहीं किया तो भारत के पास सैन्य कार्रवाई की मजबूत वजह होगी। यूएस मीडिया के मुताबिक भारत द्वारा उठाए गए कदमों को पाकिस्तान ज्यादा लंबे समय तक झेल नहीं सकेगा। वहीं यदि पाकिस्तान ने भारत की बातें नहीं मानी तो भारत उसको विश्व से अछूता कर देगा।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक भारत ने इस मामले में बेहद संयम का परिचय दिया है लेकिन पाकिस्तान इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान को अलग-थलग करने की प्रक्रिया शुुरू भी कर दी है। एक अखबार ने अपने ओपेनियन के तहत इस तरह के विचार व्यक्त किए हैं। अखबार में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए लिखा है कि यदि पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों को हथियार देकर भारतीय सीमा में भेजने की कोशिश बंद नहीं की तो भारत के पास पाकिस्तान के ऊपर सैन्य कार्रवाई करने की मजबूत वजह होगी।
यूएस मीडिया ने इस संबंध में भारत और पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है। इसके अलावा यह भी कहा है कि भारत ने इस तरह की विपरीत परिस्थितियों में हमेशा से ही संयम का परिचय दिया है, फिर चाहे देश में कांग्रेस की सरकार रही हो या फिर भाजपा की सरकार हो। भारत सरकार ने हमेशा ही सामरिक संयम को बनाए रखा है। लेकिन पाकिस्तान हमेशा से ही आतंकवाद को खत्म करने के प्रति अपनी जिम्मेदारी से बचता आया है।