आतंकवादी संगठन आईएसआईएस यूरोप में रासायनिक हमलों को अंजाम दे सकता है। संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक रासायनिक निगरानी संस्था ने जांच के बाद इस तरह की चेतावनी दी है। संस्था का कहना है कि इराक और सीरिया से भाग रहे इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी यूरोप में इस तरह के विध्वंसक हमले कर सकते हैं।
पेरिस में इस सप्ताह आयोजित रक्षा सम्मेलन के दौरान ओपीसीडब्ल्यू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वहां से भाग रहे आतंकवादी मस्टर्ड गैस हमला कर सकते हैं। उन्होंने युद्ध के मैदान में इन जहरीले पदार्थों का प्रयोग करना सीखा है। ओपीसीडब्ल्यू के सत्यापन विभाग के निदेशक ने कहा, ‘चूंकि आईएसआईएस ने मस्टर्ड गैस बनाना सीख लिया है, ऐसे में यह एक ऐसा खतरा है जिसे हमें झेलना और जिस पर प्रतिक्रिया देना सीख लेना है। दुख की बात है कि इसे कैसे अंजाम देना है, यह सीखने वाले लोग वापस हमारे देश लौट रहे हैं और ऐसे हमले करने में मदद कर सकते हैं।’
मस्टर्ड गैस बेहद शक्तिशाली एलर्जी पैदा करता है और यह खासतौर पर त्वचा, आंखों और सांस लेने की नली को नुकसान पहुंचाता है। ज्यादा मात्रा में शरीर के अंदर चले जाने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। मस्टर्ड गैस हमले की सबसे बुरी बात यह है कि इसके लक्षण 24 घंटे में दिखने शुरू होते हैं।