लेफ्टिनेंट जनरल इशफाक नदीम सेना के जनरल स्टाफ के प्रमुख और मिलिट्री ऑपरेशन्स के डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं। वर्तमान में वह मुल्तान टुकड़ी के कमांडर हैं। वह अगस्त 2017 में रिटायर होंगे। जनरल राहील की युद्ध नीतियों के पीछे इनका बड़ा रोल माना जाता है। बतौर डीजीएमओ इन्होंने आदिवासी इलाकों में ब्लूप्रिंट फॉर ऑपरेश जबर-ए-अज्ब़ चलाया। वजीरिस्तान में बतौर ब्रिगेडियर और स्वात में मेजर जनरल के तौर पर इनके अब तक के रिकॉर्ड को देखकर माना जाता है कि मिलिट्री ऑपरेशन्स में इनसे ज्यादा महारत किसी को नहीं है। राजनीति में इनकी कोई रुचि नहीं है, लेकिन किसी भी पद पर काम करते हुए इन्हें सीधी सपाट बात कहने वाला माना जाता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इन्हें आर्मी चीफ का पद सौंपने के बाद पीएम और इनके बीच किसी तरह का तनाव नहीं रहेगा।