2020 तक दुनिया के दो तिहाई वन्य जीवों का हो जाएगा सफाया- वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फेडरेशन

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

(डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) की रिपोर्ट में इन अहम बातों पर गौर किया गया है।

  • पूरी दुनिया में बीते 42 साल में 58 प्रतिशत घट गए रीढ़धारी जीव
  • 67 प्रतिशत जीव गायब हो सकते हैं अगले 4 साल (2020 तक) में
  • जीवों के प्राकृतिक आवास के खात्मे की बड़ी वजह है इंसानी खेती।
  • तालाब, नदियों, दलदली भूमि में रहने वाले जीव सबसे ज्यादा प्रभावित।
  • बड़े पैमाने पर मछली पकड़ने से समुद्री जीवन का 40% हिस्सा घटा।
इसे भी पढ़िए :  पाकिस्तान को आतंकी मुल्क घोषित करने की मुहिम को भारी समर्थन, 1 लाख लोगों ने किए हस्ताक्षर

क्या है तबाही की बड़ी वजह
•प्राकृतिक संसाधनों का जमकर संदोहन
•जीवों के प्राकृतिक आवास में आई कमी
•जंगलों का घटता दायरा, क्लाइमेट चेंज

इसे भी पढ़िए :  इंडोनेशिया ने आतंकवादी हमला विफल किया, छह आतंकवादी गिरफ्तार

भारत में जैव विविधता पर मंडराता खतरा
•70 पर्सेंट जमीन के ऊपर बहने वाला पानी हो चुका है प्रदूषित
•60 पर्सेंट ग्राउंड वॉटर अगले दशक में दोबारा इस्तेमाल लायक नहीं
•25 पर्सेंट भारत की जमीन रेगिस्तान बनने के कगार पर

इसे भी पढ़िए :  बलूच नेता बुगती ने शरण के लिए भारत से किया संपर्क

भारत के ये जीव है लुप्त होने के कगार पर 
•पक्षी-7%
•स्तनधारी-41%
•सरीसृप-46%
•उभयचर-57%
•ताजे पानी की मछलियां-70%

2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse