बिहार के बाहुबली शहाबुद्दीन 11 साल बाद जेल से रिहा, लालू को बताया सच्चा हमदर्द

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शहाबुद्दीन

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन 11 साल बाद आज जेल से रिहा हो गया है। उसे आज सुबह बिहार की भागलपुर जेल से रिहा किया गया। शहाबुद्दीन को हत्या के मामले में जमानत मिलने के बाद रिहा किया गया है। जेल के बाहर उसके समर्थक भारी तादाद में मौजूद थे, उन्होंने अपने नेता का जोर-शोर से स्वागत किया। बताया जा रहा है कि जेल से रिहा होने के बाद शहाबुद्दीन 1300 गाड़ियों के काफिले के साथ सीवान जाएंगे।

भागलपुर से शहाबुद्दीन सीवान जाएगा। शहाबुद्दीन की रिहाई के बाद सीवान प्रशासन ने जिले में चौकसी बढ़ा दी है। अपने नेता की लंबी प्रतीक्षा के बाद शहर में आने की आस लगाए कार्यकर्ताओं ने उनके स्वागत की पूरी तैयारी की है। शहाबुद्दीन के समर्थकों के मुताबिक भागलपुर जेल से रिहा होने के बाद उनका जुलूस सीवान जाएगा।

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खबर है कि भागलपुर जेल से ही वाहनों का काफिला पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के साथ चलेगा। सीवान से पांच सौ गाड़ियां भागलपुर जाएंगी और वहां से जुलूस के शक्ल में वे निकलेंगे। जिले में आगमन पर सर्वप्रथम मलमलिया में स्वागत किया जाएगा। विभिन्न स्थानों में उनके आगमन को लेकर तोरणद्वार बनाए गए हैं। पूर्व सांसद का काफिला सीवान होकर सीधे हुसैनगंज प्रखंड के प्रतापपुर स्थित पैतृक गांव तक पहुंचेगा। शहाबुद्दीन के 13 साल के बाद अपने पैतृक गांव आने को लेकर प्रतापपुर के लोग भी खुश हैं।

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लालू की तारीफ की

जेल से बाहर आने के बाद शहाबुद्दीन ने लालू प्रसाद यादव को अपना नेता बताया. उन्होंने कहा, ‘लालू यादव ही हमारे नेता हैं। मुझे उनके ही छत्रछाया में रहना है। मैं अपनी छवि क्यों बदलूं? मैं जैसा हूं, 26 साल तक लोगों ने मुझे इसी रूप में स्वीकार किया है. सब जानते हैं कि मुझे फंसाया गया था। कोर्ट ने मुझे जेल भेजा और अब कोर्ट ने ही मुझे आजाद किया है।

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तेजाब से नहलाकर की चश्मदीद की हत्या
शहाबुद्दीन दो भाइयों की तेजाब से नहलाकर हत्या करने और बाद में हत्याकांड के इकलौते गवाह उनके तीसरे भाई राजीव रौशन की हत्या के मामले में भागलपुर जेल में बंद थे। दोहरे हत्याकांड में उन्हें हाई कोर्ट से फरवरी में ही जमानत मिल चुकी थी। बुधवार को चश्मदीद की गवाह की हत्या के मामले में भी अदालत ने उनकी जमानत मंजूर कर ली। इसके बाद उनकी रिहाई हुई।