दिल्ली:
दिल्ली में भाजपा नेता से धक्का मुक्की करना एक एसीपी को भारी पड़ गया। इसके करने के एवज में एसपी को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है।
यह कार्रवाई दिल्ली के पुलिस कमिश्नर आलोक वर्मा के आदेश पर हुई। सूत्रों का कहना है कि एसीपी झा के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं और तब तक उन्हें लंबी छुट्टियों पर भेजा गया है। दो महीने पहले ही बतौर एसीपी कल्याणपुरी डिवीजन का चार्ज संभाला था।
एसपी पर आरोप यह लगाया गया है कि उन्होंने शुक्रवार रात मयूर विहार एसएचओ के रूम में बैठे भाजपा के स्थानीय नेता राम चरण गुजराती से बदसलूकी की थी। उन्हें जातिसूचक शब्द कहे और थाने से धक्के देकर निकाल दिया। उनके साथ स्थानीय लोगों के अलावा भाजपा के कुछ नेता व व्यापारी भी थे। बाकियों के साथ भी ऐसा ही सलूक किया। इसके बाद भाजपा नेताओं ने थाने पर धरना दे दिया।
कुछ देर बात इस घरने में भाजपा के सांसद महेश गिरी भी शामिल हो गए। जिससे काफी भीड़ जमा हो गई और स्थिति नियंत्रण से बाहर होने लगी। तब डीसीपी ने पुलिस कमिश्नर को फोन पर पूरे घटनाक्रम और हंगामे की जानकारी दी। वहां सांसद महेश गिरी और भाजपा नेता एसीपी की बर्खास्तगी की मांग पर अड़े थे। ऐसे हालात में कमिश्नर के आदेश पर एसीपी को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया। डीसीपी ने कमिश्नर की ओर से सांसद और अन्य लोगों को आश्वासन दिया कि जांच में दोषी पाए जाने पर एसीपी के खिलाफ ठोस कार्रवाई होगी।
सांसद महेश गिरी ने बताया कि त्रिलोकपुरी 20-ब्लॉक में गणेश महोत्सव के लिए पंडाल लगा है, जहां लाउडस्पीकर की आवाज तेज होने के आरोप में पुलिसकर्मी कुछ युवकों को थाने ले गए। उनके पीछे स्थानीय नेता रामचरण गुजराती कुछ समर्थकों व व्यापारियों के साथ थाने पहुंचे। उनकी एसएचओ से आराम से बात चल ही रही थी कि एसीपी झा वहां पहुंचे। उन्होंने कथित तौर पर रामचरण व अन्य लोगों को भीड़ को ‘नौटंकी’ बताकर बाहर निकलने को कहा और आपत्ति जताने पर वो उग्र हो गए। उनके आदेश पर पुलिसकर्मियों ने रामचरण व अन्य लोगों के साथ धक्का-मुक्की की और जातिसूचक शब्द भी कहे।
फिलहाल अभी तक एसपी के तरह से कोई सफाई नहीं आई है।