नई दिल्ली। ओडिशा के मलकानगिरि जिले में और एक बच्चे के मरने के साथ जापानी बुखार से मरने वालों की संख्या रविवार(16 अक्टूबर) को पहुंच गई। भाजपा सरकार ने राज्य सरकार पर इस बीमारी की रोकथाम में नाकाम रहने का आरोप लगाया।
मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) डॉक्टर यू.एस. मिश्रा ने कहा कि जिला मुख्यालय अस्पताल के आईसीयू में इलाज के दौरान दो साल की लड़की की मृत्यु हो गई। यह पाडिया प्रखंड की रहने वाली थी। इसके साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 54 पहुंच गई। अपुष्ट रिपोर्टों में हालांकि मृतकों की संख्या 57 बताई गई है।
आदिवासी बहुल मलकानगिरि जिले में छह से अधिक प्रखंडों में फैले करीब 45 गांव वेक्टर जनित इस बीमारी की चपेट में हैं। इस समय 29 बच्चों का जिला मुख्यालय अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि इनमें से चार बच्चे आईसीयू में गंभीर हालत में भर्ती हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक यहां के जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती 184 बच्चों में से 105 को छुट्टी दी जा चुकी है। मच्छरों के जरिये सुअरों से मानव में खासकर बच्चों में फैलने वाली यह घातक बीमारी करीब 38 दिनों पहले इस जिले में फैली।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बड़ी संख्या में सुअरों को अलग कर विशेष तौर पर स्थापित 140 से अधिक बाड़ों में भेज दिया गया है। ये बाड़े मानव आबादी से दूर हैं। वहीं दूसरी ओर 100 से अधिक गांवों में धुंआ छोड़ने के अलावा मच्छर नाशक दवाइयों का छिड़काव बढ़ा दिया गया है।