अल्पसंख्यक समुदाय की परिभाषा पर पुनर्विचार की जरूरत: गिरिराज सिंह

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फाइल फोटो।

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने वाराणसी में कहा कि देश में अल्पसंख्यक समुदाय की परिभाषा पर पुनर्विचार करने की जरूरत है।

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने आये गिरिराज ने मीडिया से हिन्दुत्व की समीक्षा के बारे में कहा कि ‘‘यह हो या नहीं। लेकिन देश में मौजूद 20 करोड़ से ज्यादा की जनसंख्या वाले मुस्लिम समुदाय की परिभाषा को फिर से परिभाषित करने की दरकार है। जहां वे ज्यादा हैं, वहां भी अल्पसंख्यक और जहां कम हैं, वहां भी।’’

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उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी के कुनबे में मचे घमासान के सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि यह महात्वाकांक्षा और सत्ता की लड़ाई है। सपा के अंदर स्वस्थ राजनीति देने में कोई दिलचस्पी नहीं है, इसलिए पार्टी बंटी हुई है। वस्तुत: परिवारवाद से लोगों का मोह भंग हो गया है। कभी नेता जी तो कभी बहन जी। अब इन सबको दरकिनार कर ‘जनतावाद’ लाना है।

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से अपहृत दो व्यापारियों के पटना से बरामद होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहार तो ‘अपराधियों की नर्सरी’ बना हुआ है, जहां सत्ता नाम की कोई चीज नहीं है।

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