तमिलनाडू की मुख्यमंत्री जयललिता की हालत करीब एक महीने से गंभीर बनी हुई है। हालांकि खबर है कि अब उऩकी सेहत में थोड़ा सुधार देखा जा रहा है। लेकिन डॉक्टरों ने अभी उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करने का फैसला नहीं लिया है। जयललिता के दाहिने हाथ में सूजन है। उनके डॉक्टरों ने यह बात कही। इसी के चलते अन्नाद्रमुक पार्टी की प्रमुख ने चुनावी हलफनामों पर हस्ताक्षर करने की बजाय अंगूठे का निशान लगाया। शुक्रवार रात को सामने अाए दस्तावेजों से भी यह पता चला।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक 68 साल की जयललिता बीते 22 सितंबर से अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें बुखार और शरीर में पानी की कमी की शिकायत के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उनकी स्वास्थ्य जानकारी में डॉक्टरों ने बताया कि उनके फेंफड़ों में संक्रमण है और वह रेस्पिरेटरी सपोर्ट पर हैं।
तिरुप्परनकुंदरम विधानसभा क्षेत्र के आगामी उपचुनाव के लिए इस सीट से उनकी पार्टी के उम्मीदवार एके बोस द्वारा शुक्रवार को दायर किए गए एक दस्तावेज में मुख्यमंत्री का बाएं हाथ की छाप थी।
उनकी पार्टी द्वारा आधिकारिक उम्मीदवार को लेकर मुख्य चुनाव अधिकारी को दिए एक पत्र में भी उनके अंगूठे का निशान पांच स्थानों पर देखा गया। मद्रास मेडिकल कॉलेज के मिनिमल एक्सेस सर्जरी के प्रोफेसर डॉ. पी बालाजी द्वारा उनके अंगूठे के निशान को प्रमाणीकृत किया गया है।
अगले स्लाइड में पढ़ें पूरी खबर.. next बटन पर क्लिक करें