नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार(29 अक्टूबर) को कहा कि फिल्मकारों की ओर से थलसेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रूपए देने की बात पर उस बैठक में फैसला नहीं हुआ था, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे और निर्देशक करण जौहर के बीच मध्यस्थता की थी, ताकि ‘ऐ दिल है मुश्किल’ फिल्म सुगमता से रिलीज हो सके।
करण जौहर की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ को काफी विरोध का सामना करना पड़ा था, क्योंकि इस फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान अभिनय कर रहे हैं।
फिल्म की सुचारू रिलीज तब सुनिश्चित हो पाई थी जब फिल्म प्रोड्यूसर्स गिल्ड, निर्माताओं और राज ठाकरे के बीच फडणवीस की मध्यस्थता से पिछले हफ्ते बैठक हुई थी। यह फिल्म 28 अक्तूबर को रिलीज हुई।
बैठक में इस बात पर सहमति बनी थी कि फिल्मकार थलसेना कल्याण कोष में पांच करोड़ रूपए दान करेंगे। इस पर विवाद पैदा हो गया था। विपक्षी पार्टियों और थलसेना के कुछ पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पर आपत्ति जताई थी।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह फिल्मकारों की ओर से किए गए जाने वाले दान की निगरानी करेंगे, इस पर फडणवीस ने कहा कि ‘‘ऐसा फैसला (फिल्मकारों की ओर से पांच करोड़ रूपए दान करने का) बैठक में लिया ही नहीं गया था। यहां तक कि प्रोड्यूसर्स गिल्ड के प्रमुख मुकेश भट ने कहा है कि मैंने निर्माताओं से कहा था कि मनसे की मांग मानने की कोई अनिवार्यता नहीं है।’’