500 और 1000 के पुराने नोट बंद करने के फैसले का एनडीए की सहयोगी शिवसेना ने विरोध किया है। शिवसेना का कहना है कि यह फैसला जनता के हित में नहीं है।
पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘सरकार द्वारा लिया गया यह फैसला जनता के हित में नहीं है, क्योंकि हड़बड़ी में लिए गए इस फैसले से आम लोग प्रभावित हो रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘अचानक लिए फैसले से आम लोगों को असुविधा होगी, यह फैसला लोगों को भरोसे में लेकर करना चाहिए था। कुछ लोग इसे काला धन पर सर्जिकल स्ट्राइक बता रहे हैं और इसी संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘हर कोई कह रहा है कि यह सर्जिकल स्ट्राइक है, क्या होगा अगर नाराज और निराश लोग सरकार के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक शुरू कर दें।
ठाकरे ने कहा कि सरकार को स्विस बैंक के खातों में जमा कराए गए सारे काले धन पर सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए थी।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद जहां बीजेपी की सहयोगी पार्टियों ने इसका स्वागत किया है, वहीं कांग्रेस सहित अधिकांश विपक्षी पार्टियों ने इसकी आलोचना की है।
शिवसेना, एनडीए में शामिल पहली पार्टी है जिसने केंद्र के इस फैसले का खुलकर विरोध किया है।