सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल में विलय पर स्थिति साफ करते हुए कहा कि इसमें मुख्तार अंसारी की कोई भूमिका नहीं है। एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने मुख्तार अंसारी को नहीं अपनाया है।’ शिवपाल ने कहा कि अंसारी इस विलय का हिस्सा नहीं हैं।
मालूम हो कि चाचा शिवपाल यादव से अखिलेश की लड़ाई कौमी एकता दल से गठबंधन को लेकर ही शुरू हुई थी। मुख्तार अंसारी कौमी एकता दल के विधायक हैं। अखिलेश मुख्तार अंसारी की माफिया की छवि और आपराधिक रेकॉर्ड के कारण कौमी एकता दल से गठबंधन के खिलाफ थे। अखिलेश का कहना था कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों की SP में कोई जगह नहीं है। चाचा शिवपाल के साथ उनके विरोधों में यह मुद्दा काफी अहम माना जाता है। इस सब के बावजूद सपा का कौमी एकता दल में विलय हुआ।
कौमी एकता दल के विलय के बाद से ही पार्टी में अंसारी की क्या भूमिका होगी और इस पूरी प्रक्रिया में उनकी क्या स्थिति है, इसे लेकर संशय बना हुआ था। अब अपने ताजा इंटरव्यू में शिवपाल ने कहा कि अंसारी भाइयों में से बाकी दो- QED प्रमुख अफजल अंसारी और विधायक सिबगातुल्लाह अंसारी इस विलय का हिस्सा हैं। शिवपाल ने उन खबरों को भी गलत बताया जिनमें कहा जा रहा था कि गाजीपुर में मुलायम की जनसभा से अखिलेश इसलिए दूर रहे कि वह इस विलय से नाखुश हैं। मालूम हो कि गाजीपुर में QED की स्थिति काफी मजबूत मानी जाती है।