पाकिस्तान के क्रिकेट इतिहास में पहली बार किसी सिख को शामिल किया गया है। लाहौर के ननकाना साहिब के रहने वाले महिंदर पाल सिंह देश के 30 उभरते हुए क्रिकेटरों की सूची में शामिल हैं। इससे पहले पाकिस्तान में ईसाई और हिंदू खिलाड़ी नेशनल टीम का हिस्सा बने हैं लेकिन ये पहला मौका है जब नेशनल क्रिकेट एकेडमी की टीम में सिख को जगह मिली है।
20 वर्षीय महिंदर पाल सिंह कहना है कि उन्हें पूरे पाकिस्तानी सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व महसूस हो रहा है। उन्हें इस बात की खुशी है कि वह पाकिस्तानी क्रिकेट अकादमी में जगह बनाने में सफल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में महिंदर पाल सिंह ने राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलने और देश के लिए अहम भूमिका निभाने की इच्छा जाहिर की है। वह पाकिस्तान को प्राउड फील कराना चाहता है और उसने अपने कोच और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन शहयार खान को धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनकी प्रतिभा को परखा और उन पर भरोसा जताया।।
बतादें, पाकिस्तान के क्रिकेट इतिहास में केवल 7 गैर मुस्लिम खिलाड़ियों को देश के प्रतिनिधित्व का मौका मिला है। महिंदर इस सूची में आठवें खिलाड़ी हैं और सिख समुदाय से पहले व्यक्ति हैं।