बगदादी ने अगर ये फैसला ले लिया तो एटम बम से भी ज्यादा तबाही मचा देगा

0
बगदादी
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

इराक में बगदादी के साथ महायुद्ध अपने अंतिम पड़ाव है। बगदादी भी शायद अपने अंतिम ठिकाने पर है। इस समय बगदादी जहां हैं उस पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं। उस जगह का नाम है मोसुल का डैम, जिसे इराक में सद्दाम डैम के नाम से भी जाना जाता है। ये दजला नदी पर 1980-81 में बनकर तैयार हुआ था। सैकड़ों फुट उंचा ये डैम ही इराक की रेतीली जमीन को थामे हुए है। मोसुल का डैम ही इस पूरे इलाके में मौत के आगे दीवार बनकर खड़ी है। इसी डैम को इराक के साथ साथ पूरी दुनिया की ताकतें भी हर हाल में बचाए रखना चाहती हैं, क्योंकि इस डैम की दीवारे टूटने का मतलब है उस पूरे इलाके में भयंकर तबाही। इतनी तबाही जितनी शायद परमाणु बम से भी ना होती।

इसे भी पढ़िए :  LIVE रिपोर्टिंग के दौरान पाक महिला एंकर को आया चक्कर, क्रेन से गिरीं नीचे

इस डैम के पानी का सैलाब सुनामी से भी ज्यादा तबाही फैलाने का माद्दा रखता है। न्यूक्लियर बम से भी ज्यादा लोगों की जिंदगी पल भर में खत्म करने की ताकत है। अगर इस डैम की दीवार टूट गई तो इसके पानी के प्रचंड वेग के आगे ऊंची से ऊंची इमारत भी ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएंगी। दुनिया की कोई ताकत इसकी तबाही को रोक नहीं पाएंगे।

इसे भी पढ़िए :  अगले 10 सालों में ध्वस्त हो जाएगी पाक की अर्थव्यवस्था, दाने-दाने को मोहताज हो जाएगा यह देश!

बगदादी को पता है कि मोसुल के इस डैम को तबाह करके वो एक तीर से करोड़ों शिकार कर सकता है। करीब चार साल पहले आईएस ने मोसुल के साथ इस डैम पर मौत का पहरा बैठा दिया था। डैम की ताकत और तबाही की कुव्वत को अमेरिका और इराक बखूबी जानते थे। लिहाजा इराक ने पूरी ताकत झोंक दी। खुद अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने आसमान से मौत बरसाकर आईएस को खदेड़ दिया।
अगले पेज पर पढ़िए – मोसुल डैम के पानी से लंदन की टेम्स नदी को 600 बार भरा जा सकता है

इसे भी पढ़िए :  पाकिस्तान को चीन देगा आठ आधुनिक हमलावर पनडुब्बी
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse