नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना के गांधी घाट के पास गंगा नदी में शनिवार(14 जनवरी) की शाम दो नावें एक साथ डूब गईं। इसमें 21 लोगों की मौत हो गई। नावों पर 100 से अधिक लोग सवार थे। मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। बचाव दल ने गंगा से 50 से अधिक लोगों को निकाला। आठ घायलों को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। देर रात तक दर्जनों लोगों के लापता होने की खबर आती रही।
घटना के तुरंत बाद आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची और देर रात तक बचाव कार्य चला। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। बताया जाता रहा है कि नाव पर करीब 40 लोग सवार थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
2012 में पटना में ही छठ के दौरान भगदड़ में 18 लोग मरे थे। 2014 में दशहरा के दौरान गांधी मैदान में भी भगदड़ मची थी, जिसमें 33 लोग मारे गए थे। मकर संक्रांति पर एक और हादसा सिर्फ अव्यवस्था की वजह से हुआ। बिहार के सियासी गलियारे में पूरे दिन शनिवार को मकर संक्रांति पर उत्सव का माहौल रहा, लेकिन नाव हादसे से शाम में माहौल गमगीन हो गया।