तमिलनाडु में पन्नीरसेल्वम और शशिकला के बीच चल रहे राजनीतिक घमासान में दोनों खेमों ने अपनी-अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हर कोई इस मामले में अपनी जी तोड़ कोशिश कर रहा है। पन्नीरसेल्वम के कैंप ने दावा किया है कि उनके साथ 40 विधायक हैं। बस उन्हें सूबे के गवर्नर के चेन्नई लौटने का इंतजार हैं। वे उनसे शशिकला के शपथ ग्रहण को सुप्रीम कोर्ट के फैसले तक टालने की दरख्वास्त करेंगे। वहीं, गवर्नर के पास दाल गलती न देख शशिकला खेमा अब राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की शरण में है।
AIADMK सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार रात दिल्ली पहुंच गया। यहां आने के बाद सांसदों ने राष्ट्रपति से मिलने का वक्त मांगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति ने मुलाकात करने के लिए गुरुवार शाम छह बजे का वक्त दिया है। दरअसल, शशिकला खेमा चाहता है कि राष्ट्रपति खुद इस मामले में दखल दें और शशिकला का शपथ ग्रहण सुनिश्चित करवाएं। बता दें कि शशिकला ने बुधवार को अपने समर्थन में 120 से ज्यादा विधायक जुटाकर शक्ति प्रदर्शन किया था। वह गवर्नर के सामने इनकी परेड कराना चाहती थीं, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
बताया जा रहा है कि गवर्नर विद्यासागर राव गुरुवार दोपहर डेढ़ बजे चेन्नै के लिए रवाना होंगे। यहां वह पन्नीरसेल्वम से मुलाकात करेंगे। जानकार मान रहे हैं कि पन्नीरसेल्वम गवर्नर को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि किन परिस्थितियों में उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा। दरअसल, पन्नीरसेल्वम यह आरोप लगा चुके हैं कि उन्हें सीएम पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया।