सपा के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना यादव ने पहली बार यूपी चुनाव से पहले पार्टी में मचे घमासान पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होने मंगलवार को कहा कि इस पूरे प्रकरण में उनका बहुत अपमान हुआ है। इस दौरान उन्होने अखिलेश यादव के दोबारा मुख्यमंत्री बनने की बात कही तो वहीं बेटे प्रतीक के राजनीति में आने की ओर भी इशारा किया।
समाजवादी पार्टी में वर्चस्व की लड़ाई में साधना यादव की भूमिका को लकर तमाम तरह की अटकलें लगती रही हैं। ऐसे में साधना ने परिवार के झगड़े को लेकर अपनी राय खुलकर जाहिर की। उन्होंने अखिलेश के लिए कुछ बुरा तो नहीं कहा, पर यह जरूर कहा कि उन्हें गुमराह किया गया। साधना ने कहा, “मुझे नहीं पता कि अखिलेश को किसने गुमराह किया, वह नेताजी और मेरी बहुत इज्जत करते हैं। एक जनवरी से लेकर अब तक मैंने अखिलेश से जितनी बातें की हैं, उतनी पिछले 5 सालों में भी नहीं कीं। मैं चाहती हूं कि हमारी पार्टी फिर से जीते और अखिलेश मुख्यमंत्री बनें।”
कुछ समय पहले पार्टी में चल रही कलह के दौरान यूपी के मुख्य सचिव दीपक सिंघल को पद से हटाये जाने को लेकर साधना की भूमिका पर काफी बातें हो रही थी जिस पर साधन ने कहा, “एक मुख्य सचिव का ट्रांसफर हुआ और लोगों ने कहा कि इसके पीछे मैं थी। यह पूरी तरह गलत है, काश कि मैं इतनी ताकतवर होती।’ साधना ने आगे कहा, ‘हां, जो कुछ भी परिवार में हुआ वह देखकर मुझे बुरा लगता है। अपने ऊपर लगे आरोपों पर मैं किसी को दोष नहीं देती। अब हम पीछे नहीं हटेंगे, मेरा बहुत अपमान हुआ है।”
अगली स्लाइड में पढ़ें बाकी की खबर